तुझे इस जहां के लिए मांगा करते हैं।

तुझे इस जहां के लिए मांगा करते हैं। 
न हम मुकम्मल हुए तो क्या ग़म है,
तुझे आबाद देखकर ही खुश  रहा करते हैं।
तुझे फूलों भरा चमन मिले ये दुआ  है,
उजाड़ बियाबान में भी हम तो खुशी से सफ़र करते हैं।
न आज़माओ हम पे ज़हर- ओ-खंजर,
 इस सुर्ख़ाब रुख पर हम तो यूं ही जां निसार करते  हैं।
तुझे क्या ज़रूरत खुशियाँ हमसे मांगने की,
तेरी मुस्कुराहट पर हम तो अपना जहां कुर्बान करते हैं।
न बैठ तू उदास और बेज़ार ऐसे,
तेरी मुस्कुराहट को हम तो हफ़्तों तरसा करते हैं।
न तोहफों से तौला कर मेरे इश्क को,
तेरे नूर- ए-नज़र से ही हम तो  अमीर हुआ करते हैं।
न वहम कर मेरे नेक इरादा- ओ- करम पे, 
तुझे खुद के लिए नहीं हम तो जहां के लिए मांगा करते हैं। अनिता जैन weekendshayar
word-meaning:- 1.मुकम्मल:- complete
2.उजाड़:- destroyed / barren 3.बियाबान :- desert 4. खंजर:- dragger/ कटार 5.सुर्खाब रुख़ :- गुलाबी चेहरा 6.बेज़ार :- unhappy/ sick नाख़ुश
 7. नूर- ए- नज़र :- आँखों की चमक

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